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🔍 स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस / 📈 Swing Trading Strategy: Stocks Ready for 10%+ Moves in a Short Period

  🔍 स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस 1️⃣ पिछला रेजिस्टेंस (लेटेस्ट हाई) पहचानें स्टॉक का डेली चार्ट खोलें उस हालिया हाई (Previous High) को पहचानें जहाँ से पहले कीमत नीचे आई थी यही लेवल मजबूत रेजिस्टेंस का काम करता है अगर आपको पिछला हाई पहचानना नहीं आता, तो कमेंट करें — मैं पूरा लॉजिक समझा दूँगा 2️⃣ कन्फर्म ब्रेकआउट का इंतजार करें स्टॉक की क्लोजिंग कीमत पिछले रेजिस्टेंस के ऊपर होनी चाहिए सिर्फ इंट्राडे ब्रेक होना काफी नहीं है डेली क्लोजिंग का रेजिस्टेंस के ऊपर होना जरूरी है 3️⃣ ब्रेकआउट नहीं हुआ? तो इंतजार करें अगर कीमत रेजिस्टेंस के ऊपर क्लोज नहीं देती , तो ट्रेड न लें जल्दबाजी से बचें — धैर्य ही सफल स्विंग ट्रेडिंग की कुंजी है अगले दिन देखें कि ब्रेकआउट कन्फर्म होता है या नहीं 👉 साथ ही उस रेजिस्टेंस लेवल पर Price Alert जरूर लगाएँ , ताकि जैसे ही कीमत उसे क्रॉस करे, आपको नोटिफिकेशन मिल जाए नोटिफिकेशन मिलने के बाद आप मार्केट बंद होने से पहले (लगभग 3 PM के आसपास) सुरक्षित एंट्री प्लान कर सकते हैं 4️⃣ एंट्री कब करें? जब स्टॉ...

क्रिप्टो ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? लीगल है या नहीं? टैक्स, बेस्ट ब्रोकर्स और लाइव ट्रेडिंग गाइड

 

क्रिप्टो ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? लीगल है या नहीं? टैक्स, बेस्ट ब्रोकर्स और लाइव ट्रेडिंग गाइड

क्या आप भी क्रिप्टो ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं लेकिन यह समझ नहीं आ रहा कि कहां से शुरुआत करें? क्या इंडिया में क्रिप्टो ट्रेडिंग लीगल है? इस पर कितना टैक्स लगता है? और सबसे अहम—क्रिप्टो में ट्रेडिंग कैसे करते हैं?

इस ब्लॉग में हम इन्हीं सभी सवालों के जवाब विस्तार से समझेंगे—बिल्कुल स्टेप-बाय-स्टेप गाइड, ताकि एक शुरुआती (Beginner) भी आसानी से क्रिप्टो ट्रेडिंग शुरू कर सके।


क्या भारत में क्रिप्टो ट्रेडिंग लीगल है?

जी हां, भारत में क्रिप्टो ट्रेडिंग पूरी तरह लीगल है। आप बिटकॉइन, इथेरियम, सोलाना जैसे क्रिप्टो कॉइंस में ट्रेड और निवेश दोनों कर सकते हैं। RBI या किसी अन्य रेगुलेटरी संस्था ने इसे अभी तक बैन नहीं किया है, जिससे इसे कानूनी रूप से इस्तेमाल करना संभव है।


क्रिप्टो पर टैक्स कितना लगता है?

इंडिया में जब आप किसी क्रिप्टो कॉइन को खरीदकर बाद में बेचते हैं और उस पर मुनाफा कमाते हैं, तो उस प्रॉफिट पर 30% टैक्स लगता है। लेकिन एक तरीका है जिससे आप इस टैक्स से बच सकते हैं—क्रिप्टो फ्यूचर्स और ऑप्शंस ट्रेडिंग

इन फाइनेंशियल डेरिवेटिव्स में ट्रेडिंग करने पर यह 30% टैक्स नहीं लगता, बल्कि आपकी आय के अनुसार नॉर्मल इनकम टैक्स स्लैब लागू होता है। उदाहरण के लिए, अगर आपकी सालाना इनकम ₹12 लाख से कम है, तो आपको कोई टैक्स नहीं देना पड़ेगा।


क्रिप्टो ट्रेडिंग के फायदे

  1. 24/7/365 खुला मार्केट
    क्रिप्टो ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह कभी बंद नहीं होता। आप किसी भी समय—दिन, रात या छुट्टियों में—ट्रेड कर सकते हैं।

  2. हाई लीवरेज
    क्रिप्टो मार्केट में आपको 200x तक की लीवरेज मिलती है। यानी, ₹1000 के फंड से आप ₹2 लाख तक की ट्रेडिंग कर सकते हैं। हालांकि, ज्यादा लीवरेज का मतलब ज्यादा रिस्क भी होता है, इसलिए शुरुआती ट्रेडर्स को कम लीवरेज से शुरुआत करनी चाहिए।


इंडिया में क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए बेस्ट प्लेटफॉर्म: Delta Exchange

अगर आप भारत में ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं, तो Delta Exchange एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म है।

मैं खुद इसे लंबे समय से इस्तेमाल कर रहा हूं, और इसके फीचर्स, सिक्योरिटी और ट्रेडिंग ऑप्शंस मुझे बाकी एक्सचेंजों की तुलना में बेहतर लगे।

डेल्टा एक्सचेंज की खास बातें:

  • आप यहां पर फ्यूचर्स और ऑप्शंस में ट्रेड कर सकते हैं।

  • 30% टैक्स से बचाव का तरीका यहीं से मुमकिन है।

  • UPI से फंड्स ऐड करना बहुत आसान है।

  • 10% ट्रेडिंग फीस डिस्काउंट अगर आप हमारे रेफरल लिंक से अकाउंट खोलते हैं।

👉 डेल्टा एक्सचेंज पर अकाउंट खोलने के लिए यहां क्लिक करें LINK &  Referral Code LAOZRI


ट्रेडिंग कैसे करें? (लाइव डेमो गाइड)

1. साइन अप और KYC

Delta Exchange की वेबसाइट पर जाएं, ईमेल और पासवर्ड से साइन अप करें। फिर KYC प्रोसेस पूरा करें। पूरा सेटअप 5–10 मिनट में हो जाता है।

2. फंड ऐड करें

UPI या बैंक ट्रांसफर के ज़रिए फंड ऐड करें। ध्यान रखें, UPI अकाउंट उसी बैंक से लिंक होना चाहिए जिसे आपने ऐड किया है।

3. फ्यूचर्स ट्रेडिंग शुरू करें

सबसे पहले BTC/USDT जैसे पॉपुलर पेयर चुनें। बिटकॉइन ट्रेडिंग से शुरुआत करना सबसे आसान और सुरक्षित होता है।

  • लीवरेज: शुरुआती के लिए 5x–25x लीवरेज पर्याप्त है।

  • मार्केट या लिमिट ऑर्डर: अपनी रणनीति के अनुसार ऑर्डर लगाएं।

  • TP (Take Profit) और SL (Stop Loss): अपनी पोजीशन के लिए टारगेट और स्टॉप लॉस जरूर लगाएं।

4. ट्रेडिंग स्क्रीन को समझना

  • Chart View: यहां कैंडल स्टिक चार्ट से मार्केट ट्रेंड समझ सकते हैं।

  • Order Book: बायर्स और सेलर्स के प्राइस पॉइंट्स देखें।

  • Positions: आपकी सभी एक्टिव ट्रेड्स यहां दिखाई देती हैं।


ट्रेडिंग स्ट्रेटजी और पूंजी प्रबंधन

शुरुआत में, ₹40,000 का कैपिटल रखें और एक ट्रेड में अधिकतम 25% तक ही लगाएं। इससे रिस्क मैनेजमेंट बना रहेगा और अकाउंट जल्दी खत्म नहीं होगा।


आगे क्या?

यह ब्लॉग क्रिप्टो ट्रेडिंग का बेसिक गाइड है। आने वाले ब्लॉग्स में हम बात करेंगे:

  • चार्ट्स की एडवांस टेक्निक्स

  • ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजीज़

  • लाइव ट्रेड सेटअप

  • और बहुत कुछ...

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